हम दो हमारे दो फिर भी हम हो गए सेंकड़ों आज।
संसार के पैऐ घुमाते चले बस यही एक काम काज।
देश भक्ति दिखाई कीतनोने पर देश भक्त कौन ?
ढिंढोरा पीटने लगे, ना तो कोई लक्ष्य था नाही कोई साज।
मुखमें रखतें हैं राम नाम और बगल में रखते हैं छूरी।
फिर भी हम करते हैं इंतजार, कोई तो लाएगा रामराज।
विश्व जन दिन मनाते हैं और सोचते हैं क्या हुआ लाभ।
हम दो और सिर्फ हम दो, आओ ऐ संकल्प करें आज।
सारे जगत को कहें हम जन संख्या घटाऐ देश बचाऐ।
करें मिलकर आज काम ऐसा , भारत माता करें नाज।।...jn
संसार के पैऐ घुमाते चले बस यही एक काम काज।
देश भक्ति दिखाई कीतनोने पर देश भक्त कौन ?
ढिंढोरा पीटने लगे, ना तो कोई लक्ष्य था नाही कोई साज।
मुखमें रखतें हैं राम नाम और बगल में रखते हैं छूरी।
फिर भी हम करते हैं इंतजार, कोई तो लाएगा रामराज।
विश्व जन दिन मनाते हैं और सोचते हैं क्या हुआ लाभ।
हम दो और सिर्फ हम दो, आओ ऐ संकल्प करें आज।
सारे जगत को कहें हम जन संख्या घटाऐ देश बचाऐ।
करें मिलकर आज काम ऐसा , भारत माता करें नाज।।...jn