Tuesday, September 21, 2010

तो ज़िन्दगी जन्नत से कम नहीं होती..

लोग मोहब्बत को खुदा का नाम
देते है,
कोई करता है तो इल्जाम देते
है।
कहते है पत्थर दिल
रोया नही करते,
और पत्थर के रोने को झरने
का नाम देते है।
भीगी आँखों से मुस्कराने
में मज़ा और है,
हसते हँसते पलके भीगने में
मज़ा और है,
बात कहके तो कोई
भी समझलेता है,
पर खामोशी कोई समझे
तो मज़ा और है...!
मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उम्र
बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,
दोस्त को रोज याद
करना पड़ता है,
क्योकि दोस्त
कहना ही दोस्ती नहीं होती. .
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
हो मत उदास कभी तो बात
भी होगी,
इतने प्यार से दोस्ती की है
खुदा की कसम
जिंदगी रही तो मुलाकात
भी होगी.
कोशिश कीजिए हमें याद करने
की
लम्हे तो अपने आप ही मिल
जायेंगे
तमन्ना कीजिए हमें मिलने
की
बहाने तो अपने आप ही मिल
जायेंगे .
महक दोस्ती की इश्क से कम
नहीं होती
इश्क से ज़िन्दगी ख़तम
नहीं होती
अगर साथ हो ज़िन्दगी में
अच्छे दोस्त का
तो ज़िन्दगी जन्नत से कम
नहीं होती..

jnpatel

1 comment: