फीर से आज मन जुमने लगा हे.....
आज वो हसी पल को छुने लगा हे....
फीर एक बार नए नए ख्वाब सजाने लगा हे...
मन हि मन गुन गुनाने लगा हे...
दिल आज जुम जुम के गाने लगा हे....
आज फीर जिने की तमन्ना हे.....
आज फिर मरने का इरादा हे.....
फीर एकबार JN अपनी JAAN के इन्तजार मे डुबा हे.....jn
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